Chandil (कल्याण पात्रा ) कपाली ओपी में सोमवार सुबह 10: 30 बजे थाना प्रभारी सुनील कुमार भोक्ता द्वारा सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर सपथ दिलाई गई. राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने भारत को एक करने में अहम भूमिका निभाई. वह भारत के लौह पुरुष और भारत गणराज्य के संस्थापक नेताओं में से एक के रूप में भी प्रसिद्ध हैं.
भारत में,राष्ट्रीय एकता दिवस 2014 से हर साल 31 अक्टूबर को भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता . इस वर्ष उस महान नेता की 147 वीं वर्षगांठ है, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में और बाद में देश के एकीकरण के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सरदार वल्लभ भाई ने 565 रियासतों का विलय कर भारत को एक राष्ट्र बनाया था.यही कारण है कि वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है.
राष्ट्रीय एकता दिवस : महत्व
गृह मंत्रालय के एक बयान के अनुसार,यह दिन “हमारे देश की एकता,अखंडता और सुरक्षा के लिए वास्तविक और संभावित खतरों का सामना करने के लिए हमारे राष्ट्र की अंतर्निहित ताकत और लचीलापन की फिर से पुष्टि करने का अवसर प्रदान करता है,भारत एक विविध राष्ट्र है इसलिए एकता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है.भारत सरकार ने भारत के लौह पुरुष की स्मृति में गुजरात में नर्मदा नदी के पास सरदार वल्लभ भाई पटेल की एक विशाल प्रतिमा का निर्माण किया है.
राष्ट्रीय एकता दिवस: इसका इतिहास
सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मृति में, भारत सरकार ने गुजरात में नर्मदा नदी के पास भारत के लौह पुरुष की एक विशाल मूर्ति का निर्माण किया है. साथ ही, स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल के संघर्षों और बलिदानों को याद रखते हुए भारत सरकार ने उनकी जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस की घोषणा की थी. इस दिन, लोग सरदार पटेल के महान कार्यों को याद करते हैं और राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न कार्यक्रम, वेबिनार और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं
-
कपाली थाना प्रभारी-सुनील कुमार भोक्ता

Related