रामगढ़:इन्द्रजीत कुमार
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जिले के गोला प्रखंड सभागार में उपायुक्त पदाधिकारी चंदन कुमार के निर्देशानुसार सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद के निर्देशन में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ स्वराज की अध्यक्षा में टी बी मुक्त ग्राम पंचायत जागरूकता अभियान के तहत मुखिया औंर वार्ड सदस्यों एवं पंचायत समिति सदस्यों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। डॉ स्वराज ने ग्राम पंचायत के माननीय मुखिया ,वार्ड सदस्यों एवं सामुदायिक सदस्यों को टी बी मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए जागरुक किया।
टीबी उन्मूलन के लिए सामुदायिक सहभागिता के द्वारा टीबी मुक्त ग्राम पंचायत तथा रामगढ़ जिले को 2025 तक टी बी मुक्त करने हेतु किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा स्वराज ने सामुदायिक सदस्यों को टी बी के लक्षण बताते हुए कहा कि टी बी बीमारी का इलाज संभव हैं। जिला यक्ष्मा विभाग सभी टीबी यूनिट में नि:शुल्क जांच कर टीबी मरीजों के पहचान और नि:शुक्ल दवा उपलब्ध कराने के साथ-साथ डिबीटी के माध्यम से 500 रुपए प्रतिमाह पोषण युक्त खान पान के लिए इलाजरत टीबी मरीज को दिया जाता हैं।
रामगढ़ जिले के उपायुक्त पदाधिकारी चंदन कुमार के पहल से निश्चय मित्र टाटा स्टील फाउंडेशन घाटो के द्वारा प्रोटीन युक्त पोषण पैकेट प्रतिमाह इलाजरत टीबी मरीज को दिया जा रहा हैं। सामुदायिक सहभागिता के तहत जनप्रतिनिधि अपने-अपने पंचायत में टीबी के संदिग्ध लक्षण वाले व्यक्ति को जैसे दो सप्ताह से खांसी होना, शाम में बुखार आना,भूख ना लगना,वजन कम होना, छाती में दर्द होना ,मधुमेह के रोगी इत्यादि लक्षण हो तो वैसे व्यक्ति को उत्प्रेरित कर सहिया के सहयोग से या स्वयं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भेजकर संदिग्ध मरीज की जांच करवाने में मददगार बने। अगर जांच उपरांत पाज़िटिव होने पर टीबी की दवा नि:शुक्ल रोगी के घर पर उपलब्ध करायी जाती हैं।
ज़िला यक्ष्मा पदाधिकारी डा स्वराज ने जनप्रतिनिधियों से सामुदायिक सहभागिता पर जोर देते हुए। अनुरोध किया कि आप सभी लोग सहयोग करें। टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता हैं। उक्त मौके पर गोला प्रखंड प्रमुख गीता देवी, एसटीएलएस अरविंद कुमार,डीपीओ पिरामल स्वास्थ्य, अर्पिता, अजय नारायण दुबे , रुपलाल ठाकुर एस टी एस , मुखिया अरविंद सिंह, अजीत,सभी मुखिया वार्ड सदस्यों तथा पंचायत समिति सदस्यगण उपस्थित थे।
