सरायकेला Sanjay। प्रशासन की मनमाने रवैया के कारण सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले एसोसिएशन के अध्यक्ष भोलानाथ महांती और संरक्षक सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में छऊ कलाकार सड़क पर उतर कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। ये जुलूस गोपबंधु चौक से प्रारंभ होकर गैरेज चौक, थाना चौक, पुराना बस स्टैंड से होकर एसडीओ कार्यालय के सामने से गुजर कर पारंपरिक छऊ नृत्य उद्गम स्थल राज प्रासाद के सामने तक पहुंचा। बताया गया कि प्रत्येक वर्ष छऊ आयोजन के पहले कुछ मृधन्य छऊ कलाकार, घटपाट के भक्ताओं के मुखिया और छऊ जानकारों की एक समिति को बुलाकर उस वर्ष का चैत्र पर्व मनाने की रूपरेखा पर विचार विमर्श किया जाता था। उक्त बातें कहते हुए संरक्षक मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि इस वर्ष प्रशासन ने सिर्फ सेवानिवृत्त प्रभारी निदेशक की बात को ही महत्ता देते हुए कलाकारों की बात को दरकिनार कर लाखों रूपए की बंदरबांट करने की उद्येश्य से कार्ययोजना बना डाला है।
जब से चैत्र पर्व की जगह छऊ महोत्सव होने लगा तब ही से बाहर से दूसरे नृत्य संगीत से जुड़े कलाकारों को बुलाकर उन पर ज्यादा पैसा लुटाए गए। जबकि मर्जर एग्रीमेंट के तहत सिर्फ़ सरायकेला छऊ नृत्य कला और विभिन्न पर्व पर्वाणी की ही देखभाल की जिम्मेदारी राज्य सरकार का हुआ करता था। धीरे-धीरे महोत्सव के चलते छऊ अपनी वजूद खोती चली गई। पिछले दरवाजे से डेपुटेशन पर काबिज हुए एक क्लर्क तपन पटनायक द्वारा सरायकेला छऊ कलाकारों का शोषण जारी रहा। जब कलाकारों की सब्र की बाॅंध टूट गई और प्रशासन से किसी भी प्रकार की न्याय पाने की आशा टूट गई तो सड़क पर उतर कर अपना विरोध दर्ज करने की राह ही अंतिम विकल्प रह गई। कलाकारों और घटपाट भोक्ताओं ने हाथ में नारों की तख्ती पकड़ कर सरायकेला की मुख्य सड़क पर गुजरते गए और धीरे-धीरे कारवां में सरायकेला का हुजूम जुड़ते गया। क्योंकि प्रशासन की अड़ियल रवैए ने ऐसी स्थिति उत्पन्न होने के लिए वाध्य किया।
तख्तियों में मुख्य नारों में “कलाकारों को कुम्हड़ा भात और सारे पैसे का आत्मसात”… “छऊ कलाकारों की शोषण नहीं सहेगा आर्टिस्ट एसोसिएशन”…”बारह हजार का चार हजार, कहां गए मेरे आठ हजार”… “इतिहास में पहली बार…सड़क पर है छऊ कलाकार”…”दलाल तपन पटनायक को हटाओ … प्रशासन होश में आओ”… कुछ भी हो सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन ने कमर कस कर चट्टानी एकता के साथ इस बार प्रशासन से आर-पार की लड़ाई की मुड़ में है… क्योंकि सरायकेला छऊ नृत्य सरायकेलावासी के लिए आन बान और शान सबकुछ है… विश्व प्रसिद्ध सरायकेला छऊ नृत्य सरायकेला वासियों का परिचय है।
भोला महांती, मनोज चौधरी, सुधांशु शेखर पानी, कामेश्वर भोल, रजत पटनायक, मनोरंजन साहू, रंजीत आचार्य, सुनील दुबे, आशीष कर, काशीनाथ कर, सुशील अचार्य, सुदीप कवि, अमित साहू, अभिनाश कवि, सतीश मोदक, पटम मुखी, सुमित महापात्र, रबी मोदक, कुना सामल, आद्यापदो साहू, मिलु साहू, अनुधज पड़िहारी, दिलीप साहू सहित सैकड़ों की संख्या में कलाकार उपस्थित रहे।
