सरायकेला:संजय मिश्रा
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सरायकेला। नई पहल के साथ शनिवार को सरायकेला प्रखंड के अधिकांश विद्यालय में पहली बार बैगलेस डे अर्थात बस्तारहित दिवस मनाया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सरायकेला प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रबिकांत भकत ने बताया कि इसे लेकर स्कूली बच्चे बिना स्कूल बैग के शनिवार को विद्यालय पहुंचे।
जहां प्रोजेक्ट रेल आकलन परीक्षा के उपरांत दिन प्रतिदिन जीवन में आने वाले परिस्थितियों से रूबरू होने और सहज रूप से उन परिस्थितियों का सामना करने तथा समग्र विकास के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में अपनी इच्छा से हिस्सा लिए। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्कूली बच्चे किताबी ज्ञान से बाहर प्रकृति से, आसपास के परिवेश से तथा अपने चिंतन के माध्यम से एक से बढ़कर एक कार्यक्रम में अपनी सहभागिता निभाई।
जिसमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय महादेवपुर में स्कूली बच्चे क्ले आर्ट अर्थात मिट्टी से विभिन्न प्रकार के आकर्षक उपयोगी खिलौनों का निर्माण किया। शिक्षकों द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम बच्चों को बेहतर और उन्नत अवसर प्रदान करने का एक प्रयास है। बच्चों के द्वारा बैगलेस डे का कार्यक्रम अपने-अपने स्तर से निर्धारित किया गया। जिसमें उनके द्वारा बढ़ई, कुम्हार, मूर्तिकार तथा अन्य कलाकार से मिलकर उनसे वार्तालाप करने और उनके कार्यशैली तथा जीवन यापन के बारे में जानकारी प्राप्त करने की इच्छा जताई।
विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं के देखरेख में कार्यक्रम संपन्न किया गया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका स्मिता श्रीवास्तव के द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम बहुत ही बेहतरीन और बच्चों में संस्कृति विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
