खरसावां राजमहल में मां दुर्गा के दौरान 300 वर्षो से चली आ रही परंपरा निभायी गयी, खरसावां राजपरिवार की 15 पीढ़ियां करती आ रही है मां दुर्गा की पूजा…
सरायकेला: संजय मिश्रा :
खरसावां के राजवाड़ी में मां दुर्गा की पूजा श्रद्धा व उल्लास के साथ संपन्न हो गयी. साथ ही अस्त्र-शस्त्र की भी पूजा की गयी. राजमहल परिसर में मंगलवार को विजय दशमी के मौके पर मां दुर्गा का विसर्जन किया गया. साथ ही वर्षों से चला आ रही रिवाज के अनुसार राजपरिवार के सदस्यों से शस्त्र परिचालन भी किया. राज परिवार के सदस्यों ने परिखंडा चला कर मां दुर्गा से शौर्य व पराक्रम की कामना की. पूजा के दौरान राजपरिवार के सदस्यों ने मां दुर्गा से क्षेत्र के सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की. राजमहल में आयोजित दुर्गा पूजा में खरसावां के राजा गोपाल नारायण सिंहदेव, रानी अपराजिता सिंहदेव, राजमाता विजयलक्ष्मी देवी, उमा सिंहदेव, राजकुमारी मीनाक्षी सिंह देव, तपाश्विनी सिंहदेव, निशु सिंहदेव, युवराज आनंद सिंहदेव, कुंवर अनूप सिंहदेव, अभिषेक सिंहदेव, अमरेश सिंहदेव, राजकुमार देवराज सिंहदेव, राजकुमार प्रद्युमन सिंह देव, ऋपुदवन सिंहदेव, सुमित सिंहदेव उपस्थित थे. यहां पिछले 300 वर्षों से मां दुर्गा की नव पत्रिका दुर्गा पूजा का आयोजन होते आ रहा है. राजा-राजवाड़े के समय से खरसावां राजघराने की 15 पीढ़ी मां दुर्गा की पूजा करते आ रहे है.